आस्तर 10

मर्दकी अपनी क़ौम का सहारा बना रहता है

1बादशाह ने पूरी सल्तनत के तमाम ममालिक पर साहिली इलाक़ों तक टैक्स लगाया। 2उस की तमाम ज़बरदस्त काम्याबियों का बयान ‘शाहान-ए-मादी-ओ-फ़ार्स की तारीख़’ की किताब में किया गया है। वहाँ इस का भी पूरा ज़िक्र है कि उस ने मर्दकी को किस ऊँचे उह्दे पर फ़ाइज़ किया था। 3मर्दकी बादशाह के बाद सल्तनत का सब से आला अफ़्सर था। यहूदियों में वह मुअज़्ज़ज़ था, और वह उस की बड़ी क़दर करते थे, क्यूँकि वह अपनी क़ौम की बहबूदी का तालिब रहता और तमाम यहूदियों के हक़ में बात करता था।